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Lucknow: Chief Minister Yogi Adityanath today listened to the problems of people from different districts in the 'Janata Darshan' organized at his government residence in Lucknow.

 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर आयोजित 'जनता दर्शन' में विभिन्न जनपदों से आए लोगों की समस्याएं सुनीं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जनता दर्शन: जनसुनवाई से समाधान की ओर बढ़ता उत्तर प्रदेश

Lucknow: Chief Minister Yogi Adityanath today listened to the problems of people from different districts in the 'Janata Darshan' organized at his government residence in Lucknow.

Lucknow: Chief Minister Yogi Adityanath today listened to the problems of people from different districts in the 'Janata Darshan' organized at his government residence in Lucknow.


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने एक ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया है जो भारत के लोकतांत्रिक ढांचे में जनसेवा की भावना को पुनः जीवित करता है। उनके “जनता दर्शन” कार्यक्रम के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि प्रदेश की जनता की समस्याएं सीधे सरकार के सर्वोच्च पदाधिकारी तक पहुँचें और उनका शीघ्र समाधान हो। यह कार्यक्रम न केवल एक परंपरा बन चुका है, बल्कि सरकार और जनता के बीच विश्वास का सेतु भी बना है।

जनता की आवाज़ तक सीधी पहुँच
लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में प्रतिदिन सुबह होने वाला जनता दर्शन एक प्रेरणादायक दृश्य होता है। सैकड़ों लोग—ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी आबादी तक—अपने हाथों में आवेदन लेकर मुख्यमंत्री से मिलने आते हैं। किसी की ज़मीन पर अवैध कब्ज़ा है, कोई पुलिस कार्यवाही की लापरवाही से परेशान है, कोई इलाज के लिए मदद चाहता है तो कोई विधवा पेंशन या प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित है। इन सभी लोगों की समस्याओं को मुख्यमंत्री न केवल ध्यानपूर्वक सुनते हैं, बल्कि संबंधित अधिकारियों को त्वरित निर्देश भी देते हैं।

Lucknow: Chief Minister Yogi Adityanath today listened to the problems of people from different districts in the 'Janata Darshan' organized at his government residence in Lucknow.




समाधान आधारित शासन
योगी आदित्यनाथ जी की कार्यशैली समाधान-केंद्रित है। वे समस्याओं को सिर्फ सुनते नहीं हैं, बल्कि उनके समाधान के लिए कड़े और त्वरित निर्णय लेते हैं। उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी जनसमस्याओं के समाधान में लापरवाही नहीं बरत सकता। मुख्यमंत्री का आदेश होते ही ज़िलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, या अन्य संबंधित अधिकारी तुरंत सक्रिय हो जाते हैं।

उदाहरण के लिए, एक महिला ने भूमि विवाद की शिकायत की। योगी जी ने तत्काल जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि एक टीम गठित कर मौके की जाँच कर 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इसी प्रकार, एक गरीब किसान ने बेटे की बीमारी के इलाज के लिए सहायता मांगी, तो मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से आर्थिक मदद की घोषणा की।

भाजपा की जनकल्याणकारी नीति
यह जनसुनवाई केवल योगी सरकार का प्रयास नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी की व्यापक जनकल्याणकारी सोच का हिस्सा है। भाजपा का स्पष्ट विजन है—“सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास”। इस नीति के अंतर्गत योगी सरकार न केवल जनता की समस्याओं को सुन रही है, बल्कि उन्हें जमीनी स्तर पर क्रियान्वित कर रही है।

पिछले कुछ वर्षों में यूपी में कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा, सड़क निर्माण, बिजली आपूर्ति, रोजगार सृजन, और महिला सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत योजना, जनधन योजना जैसी केंद्र की योजनाओं को राज्य सरकार ने प्रभावी तरीके से लागू किया है।

पारदर्शिता और जवाबदेही
मुख्यमंत्री योगी जी की कार्यशैली में पारदर्शिता और जवाबदेही प्रमुख स्थान पर हैं। जनता दर्शन के माध्यम से सरकार जनता के प्रति सीधे जवाबदेह बनती है। यह एक ऐसा मंच है जहां किसी मध्यस्थ की आवश्यकता नहीं होती, और आम नागरिक अपनी बात खुद मुख्यमंत्री के समक्ष रख सकता है।

Lucknow: Chief Minister Yogi Adityanath today listened to the problems of people from different districts in the 'Janata Darshan' organized at his government residence in Lucknow.

Lucknow: Chief Minister Yogi Adityanath today listened to the problems of people from different districts in the 'Janata Darshan' organized at his government residence in Lucknow.



उनकी यह कार्यशैली प्रशासनिक अधिकारियों पर भी सकारात्मक दबाव बनाती है कि वे भी जनता के साथ संवेदनशीलता से पेश आएं। शासन व्यवस्था में जनता की भागीदारी सुनिश्चित करना और उनकी समस्याओं को प्राथमिकता देना ही अच्छे प्रशासन का मूलमंत्र है, जिसे योगी सरकार बखूबी निभा रही है।

प्रशासनिक सशक्तिकरण और ई-गवर्नेंस
योगी आदित्यनाथ सरकार ने ई-गवर्नेंस को भी बढ़ावा दिया है, जिससे लोग ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। फिर भी, जनसंवाद की अहमियत को देखते हुए जनता दर्शन जैसी प्रत्यक्ष सहभागिता वाली व्यवस्था को जारी रखा गया है।

डिजिटल माध्यमों, सीएम हेल्पलाइन, ई-समाधान पोर्टल और जनसुनवाई केंद्रों के माध्यम से जनता की समस्याएं व्यापक रूप से सुनी और हल की जा रही हैं। इसके साथ ही, सभी विभागों को निर्देशित किया गया है कि वे समयबद्ध तरीके से समस्याओं का समाधान करें।

निष्कर्ष
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जनता दर्शन केवल एक सरकारी प्रक्रिया नहीं, बल्कि एक संवेदनशील शासन का प्रमाण है। यह दिखाता है कि अगर राजनीतिक इच्छाशक्ति हो, तो जनता की सबसे जटिल समस्याओं का भी समाधान संभव है। भाजपा की नीतियां, मुख्यमंत्री की नेतृत्व शैली, और प्रशासनिक सक्रियता मिलकर उत्तर प्रदेश को एक नया आयाम दे रही हैं।

आज जब जनता सरकार से जुड़ाव और पारदर्शिता की अपेक्षा रखती है, तब योगी जी का यह प्रयास एक आदर्श के रूप में स्थापित हो रहा है। वह न केवल जननायक के रूप में बल्कि एक कर्मयोगी के रूप में भी जनता के दिलों में स्थान बना चुके हैं।



मुख्यमंत्री जी ने समस्याओं के शीघ्र निराकरण हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।


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